Sunday, July 27, 2014

sher ko swa sher

 एक हरयाणवी ताऊ रेल में बैठकर  एक बार कहीं जा रहा था और उसके पैर थकावट की वजह से दर्द कर रहे थे।  रेल के अंदर एक छोरा घणा बोल रहा था ,वो किसी की भी बात को ऊपर ना आने दे रहा था। ताऊ ने सोचा यो छोरा तो टीकन कोना दे इसको तो चुप करवाना पड़ेगा। ताऊ बोल्या रै छोरे जै तू इसा समझदार सै तो मेरे सवालों का जवाब दे अगर तू कही ठीक जवाब  नहीं दे पाया तो तुझे सारे रास्ते मेरे पैर दबाने पड़ेंगे। छोरा अपने आप को घना बुद्धिमान मानता था ,वो एकदम बोल्या मुझे मंजूर है। ताऊ बोल्या तो बता मै एक बार हवाई जहाज में बैठकर कही जा रहा था और उसके अंदर 50 ईंट  थी ,मैंने एक ईंट नीचे गिरा दी बाकी कितनी बची ? छोरा बोल्या : 49  ,ताऊ : तीन चरणों में बताओ कि हाथी को फ्रिज में कैसे रखा जाए ?   छोरा : 1.  फ्रिज खोलिए 2. हाथी को उसमें रखिए और 3. फ्रिज को बंद कर दीजिये।  ताऊ : अब चार चरणो में बताओ कि हिरण को फ्रिज में कैसे रखा जाए ? छोरा : 1 . फ्रिज  खोलिए 2 . हाथी को बाहर निकालिये 3 . हिरण को अंदर रखिये 4. फ्रिज बंद कर दीजिये।  ताऊ : आज जंगल में शेर का जन्म दिन मनाया जा रहा है ,वहा एक को छोड़कर सब मौजूद है ,बताओ कौन नहीं पंहुचा ? छोरा  : हिरन ,क्योकि वह फ्रिज में बंद है। ताऊ : बताओ ,एक बूढ़ी औरत मगरमच्छो से भरे तालाब को कैसे पार कर सकती है ? छोरा : आसानी से ,क्योंकि सारे मगरमच्छ तो शेर की पार्टी में गए हैं। ताऊ : अच्छा बेटा अगर तू यो आखरी सवाल बता देगा तो तू जीत जायेगा , वह बूढ़ी औरत मर कैसे गई ? छोरा : लगता  है तालाब में गिर गई होगी …  ताऊ : अरै मुर्ख उसके सिर में ईंट लगी थी जो मैने हवाई जहाज से नीचे फेंकी थी ....... ताऊ: आजा बेटा इब पैर दबाने शुरू कर दे।